हर सूं यह ख्याल आते हैं
वो दिन, वो पल याद आते हैं
जब रात दिन एक होते थे
जमीन और आसमान साथ होते थे
हम तुम्हारे साथ और
तुम हमारे साथ होते थे
काश तुम हमारे पास होते
वो लम्हात याद आते हैं
जब चाँद हमारी झोली मैं था
और सूरज सातवे आसमान मैं
जब हमारी हंसी
तुम्हारी आँखों से टपका करती थी
और हमारी धडकन
तुम्हारे दिल मैं धडका करती थी
काश तुम हमारे पास होते
वोह जज्बात याद आते हैं
जब सारी कायनात हमारे दामन मैं
और सारे जलवे
हम अंदर से रोशन करा करते थे
हाथों मैं हाथ और
दिलो मैं एक दूजे की तस्वीर लिए
भवरे की तरह गूंजा करते थे
काश तुम हमारे पास होते
वो दिन, वो पल याद आते हैं
bohut sundar Rashmi ji
bahut hi khoobsurat khayal….
Thanks all!!
हकीकत होती है
इसलिए ख्याल आते हैं
हकीकत नहीं होती
तो ख्याल भी नहीं आते