फाल्गुन के मौसम मैं
मन बंजारा सा घूमे
अबीर गुलाल के छीटो मैं
वोह धुंधली यादे ढूंढे
होली की अठखेली मैं
घर की होली खोजे
देख खेलते बच्चो को होली
अपना बचपन हर्षे
खुशियों की इन घड़ियों मैं
लो मनवा मेरा रोवे
त्योहारों की बौछारों मैं
क्यों मन विचलित होवे
अपने आँगन से दूर
माँई का मीठा और
देस के रंगों को ढूंढे
होली की अठखेली मैं
घर की होली खोजे
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