हसरतें

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DSC03602दिल के किसी कौने मैं
हसरतें करवट बदलती है
नयी उमंगें उमड़ती है
कुछ पुरानी लौ लगती है
सपनों को पंख, और
उम्मीदों को उम्र चढ़ती है
रंगीन चाहतो के ताने बाने मैं
ज़िंदगी गुज़रती है

 

 

 

विडम्बना फिर भी वही
जहाँ अiरजूऔ का मेला है
वहाँ हर पल, तनहा अकेला है
साँझ की चौखट पर
नये सूरज को तकता है
शायद कोई नयी सुबह हौ
बस दिल के किसी कौने मैं
एक बार नहीं हर बार
नयी लहरें हिलौरे लेती है
नयी उमंगें उमड़ती है………..

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